आपदा प्रबंधन यह दर्शाता है की हम आपदा आने पर हम कैसे कई जीवन और संपत्ति की रक्षा या संरक्षण कर सकते हैं।भारत परंपरागत रूप से अनूठे भू-जलवायु स्थितियों के कारण प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील है |बाढ़, सूखा, चक्रवात, भूकंप और भूस्खलन एक आवर्ती घटना भारत मे रहती है | लगभग 60% भूमिगत विभिन्न तीव्रता के भूकंप के लिए प्रवण है |40 मिलियन हेक्टेयर से अधिक बाढ़ के लिए प्रवण है और क्षेत्र का 69% सूखे के लिए अतिसंवेदनशील है। 1900-2000 के दशक में, लगभग 4344 लोगों ने औसतन अपनी जान गंवा दी और लगभग 30 मिलियन लोग हर साल आपदाओं से प्रभावित थे।
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